वो है जो हमसे नजरें फेर के बैठे है,
ना जाने क्यों वो ऐसे इतने देर से बैठे है,
काश देख पते मेरी बेताबी को,
की हम उनके दीदार को कितने शामों सेहर से बैठे है।
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मुझे हर पल तेरा इंतज़ार
मुझे हर पल तेरा इंतज़ार रहता है,
हर लम्हा मुझे तेरा एहसास रहता है,
तुझ बिन धडकनें रुक सी जाती हैं,
कि तू दिल में धड़कन बनके रहता है। -
बैठी हु तेरी इन्तेजार में
बैठी हु तेरी इन्तेजार में तेरे आने की खबर लेके,
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किसी रोज़ होगी रोशन
किसी रोज़ होगी रोशन,
मेरी भी ज़िंदगी…
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एक शाम आती है तुम्हारी याद लेकर
एक शाम आती है तुम्हारी याद लेकर,
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कुछ इस कदर बदरंग सी
कुछ इस कदर बदरंग सी ये ज़िन्दगी लगती है.
शायद इसमें तेरे नूर की कमी सी लगती है.
तनहा और वीरान ये सारा जहाँ लगता है.
बिन तेरे सुनी सुनी ये ज़मी लगती है.
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