मंजिल भी तुम हो, तलाश भी तुम हो,
उम्मीद भी तुम हो, आस भी तुम हो,
कैसे कहूँ इश्क भी तुम हो और जूनूँ भी तुम ही हो,
अब जब अहसास तुम हो तो जिंदगी भी तुम ही हो
प्यार के पन्नों से भरी किताब हो तुम,
रिश्तों के फूलों में गुलाब हो तुम,
कुछ लोग कहते हैं की प्यार सच्चा नहीं होता,
उन लोगों के हर सवाल का जवाब हो तुम,
मेरी जान हो तुम॥