कितना भी अड़चने आये जिंदगी से ना घबराना,
सीना पत्थर का बना कर परेशानियों से टकराना,
कोई साथ नहीं देगा तुझे इस मतलबी जमाने में,
भूखा रह जाना मेरे दोस्त पर हाथ ना फैलाना ।
कितना भी अड़चने आये

कितना भी अड़चने आये जिंदगी से ना घबराना,
सीना पत्थर का बना कर परेशानियों से टकराना,
कोई साथ नहीं देगा तुझे इस मतलबी जमाने में,
भूखा रह जाना मेरे दोस्त पर हाथ ना फैलाना ।