जी भर के देखूँ तुझे अगर तुझको गवारा हो,
बेताब मेरी नजरें हों और प्यार तुम्हारा हो,
जान की फिकर हो ना जमाने की परवा,
एक तेरा प्यार हो और तू सिर्फ हमारा हो।
मंजिल भी तुम हो, तलाश भी तुम हो,
उम्मीद भी तुम हो, आस भी तुम हो,
कैसे कहूँ इश्क भी तुम हो और जूनूँ भी तुम ही हो,
अब जब अहसास तुम हो तो जिंदगी भी तुम ही हो