जान तो कर दी हमने वतन के नाम पर,
शान तो करदी हमने वतन के नाम पर,
कुर्बानियों से पाई है हमने आजादी,
हमारा वतन तो लाखों में एक है,
आन भी कर दी हमने वतन के नाम पर।
देश के लिये कुछ भी लिखना खुशनसीबी है,
देश के लिये लिखना ही आत्मा से सच्ची प्रीत है,
देशभक्ति सारे मानवीय भावों से ऊपर है,
India, Hindustan, Bharat ये हम सबसे ऊपर है।