बाप का दिल पत्थर का नहीं मोम का होता हैं ,
आँख में आँशु ना दिखे पर दिल में मे रोता है ,
जिम्मेदारी होती उसके कंधे पर घर की सारी,पर
लाखों दर्द छुपा कर भी वो प्यार से हँसता हैं ।
बाप का दिल पत्थर का नहीं मोम का होता हैं ,
आँख में आँशु ना दिखे पर दिल में मे रोता है ,
जिम्मेदारी होती उसके कंधे पर घर की सारी,पर
लाखों दर्द छुपा कर भी वो प्यार से हँसता हैं ।
दिल टुट गया जख्म अभी हरा हैं,
मोहब्बत का परिंदा अभी अभी मरा हैं,
हेमा चली गयी तो क्या हुआ,
अरे लाइन में अभी शकीरा हैं,
कुदरत ने वाह ! क्या दुनिया बनाई हैं,
ताजगी भरी हरयाली से इन्हें सजाई है,
खुशियों का है ये जहाँ अपना,
सबके लिए प्यार, नहीं कही कोई बुराई हैं.
इस दुनिया में भी बड़े अजीब अजीब लोग रहते हैं,
सच्ची मोहब्बत करके भी हजारों गम सहते हैं,
कुछ लोग कुछ भी ना करके कई लडकिया घुमाते हैं,
और एक सच्ची मोहब्बत लेकर भी कभी मिल नहीं पाते हैं,
शरीफ भले हि दिखता हूँ पर,
मेरी सादगी पे मत जाना, बात अगर,
मेरी परिवार पे आई तो उखाड़ दूंगा.
कहते हैं कलम की ताकत बेमिशाल होती हैं,
पर चंद गद्दारों ने उसे कटपुतली बना रखा हैं।